रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गंज थाना क्षेत्र के फाफाडीह इलाके में एक पुरानी नमकीन फैक्ट्री में अचानक आग लगने की खबर से हड़कंप मच गया। जब स्थानीय लोगों ने फैक्ट्री से धुआं उठता देखा और तुरंत दमकल विभाग तथा पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और दमकल कर्मियों ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर से ही फैक्ट्री में उठते धुएं और आग की चमक को देखा जा सकता था। आग को काबू में करने के लिए दमकल कर्मियों को लगभग एक घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
गंज थाना प्रभारी यशवंत सिन्हा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह फैक्ट्री काफी समय से बंद थी और फिलहाल उसमें कोई गतिविधि नहीं हो रही थी। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, फैक्ट्री में रखे पुराने ज्वलनशील पदार्थों की वजह से आग ने तेजी से फैलाव पकड़ा। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई है। फैक्ट्री के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि इस पुराने कारखाने में लंबे समय से कोई काम नहीं हो रहा था और यह एक तरह से परित्यक्त पड़ा हुआ था। लेकिन इसमें काफी मात्रा में पुराने कागज, लकड़ी के सामान, प्लास्टिक पैकिंग सामग्री आदि जमा थे, जिससे आग को फैलने में मदद मिली।
मौके पर मौजूद पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं। आग पर अब पूरी तरह काबू पा लिया गया है और ठंडीकरण की प्रक्रिया जारी है, जिससे किसी प्रकार की दोबारा आग लगने की संभावना न रहे। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित घोषित किया है और लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। इस घटना के बाद गंज थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने के असली कारणों की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो यह आग रिहायशी इलाकों तक पहुंच सकती थी, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता था। स्थानीय पार्षद और जनप्रतिनिधियों ने दमकल विभाग व पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने मांग की है कि ऐसे परित्यक्त औद्योगिक भवनों की समय-समय पर जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।