सक्ति – बाराद्वार पुलिस ने हत्या मामले में त्वरित कार्यवाही की है. खुलासे में बताया कि 30 मई की रात सूचना मिली थी कि डुमरपारा में एक महिला की शव संदिग्ध अवस्था में मिला है सूचना मिलने पर तत्काल हमराह स्टाफ के थाना प्रभारी ग्राम डुमरपारा घटनास्थल रवाना हुआ, जहां सूचक/प्रार्थी रामकुमार पिता स्व. ईश्वर लाल केंवट निवासी डुमरपारा मौके पर उपस्थित आकर देहाती मर्ग इंटीमेंशन एवं देहाती नालसी कायम कराया कि 30.05.2025 के प्रातः 09.00 बजे अपने लुना से ग्राम डोंगरीडीह गुरु महराज यादराम बाबाजी के आश्रम उनके जन्म दिन मे शामिल होने गया था।
उसकी पत्नि दुवासबाई केंवट, बेटी चंचल केंवट, भारती केंवट घर पर थे तथा लडका तनवीर केंवट प्रातः 08.00 बजे काम पर चला गया था डोंगरीडीह आश्रम से शाम लगभग 07.00 बजे वापस वह घर पहुचा तो उसकी पत्नि दुवासबाई केंवट घर पर नही थी तब प्रार्थी की दूसरी बेटी चंचल बतायी कि मां दोपहर 03.00 बजे से घर पर नही है कहीं चली गई है बताकर नहीं गई है। जिसे प्रार्थी अपने बेटे तनवीर के साथ खोजते हुये घर के बगल में युधिष्ठीर केंवट का खंडहरनुमा मकान मे जाकर देखें तो प्रार्थी की पत्नि दुवासबाई केंवट युधिष्ठीर केंवट के खंडहरनुमा मकान के कमरे मे लहुलूहान मृत हालत में पडी थी। दुवासबाई के माथा, सिर एवं शरीर में अन्य जगह पर गंभीर चोट दिख रहा था। दुवासबाई का किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा किसी चीज से मार कर गंभीर चोट पहुचाकर हत्या की गई है ,यह सूचना थाना बाराद्वार मे प्रार्थी द्वारा देने पर मौके में उपस्थित होकर थाना बाराद्वार द्वारा देहाती मर्ग इंटीमेंशन एवं देहाती नालसी कायम कर जांच विवेचना कार्यवाही में लिया गया। मौके जांच पर डाॅग स्काॅट एवं फोरेंसिंक टीम से निरीक्षण एवं गवाहों का कथन ,घटना स्थल निरीक्षण , के आधार पर यह ज्ञात हुआ कि मृतिका दुवास बाई एवं पड़ोसी राम कुमार केवंट के साथ अवैध संबंध है । इस घटना का नंबरी मर्ग इंटीमेशन एवं नंबरी अपराध कायम धारा 103(1) बीएनएस के अंतर्गत किया गया ।
घटना के संबंध में मुखबीरों से जानकारी एकतत्र कर से घटना के 08 घण्टा बाद ग्राम डुमरपारा से संदेही रामुकमार केंवट पिता गुलाब राम केंवट उम्र 48 साल निवासी डुमरपारा थाना बाराद्वार जिला सक्ती (छ0ग0) को हिरासत मे लेकर पूछताछ किया गया जो अपराध करना कबूल कर बताया कि लगभग आज से 30 साल पहले अपने ग्राम कंडरा चैंकी पंतोरा जिला जांजगीर चांपा से आकर अपने ससुराल डूमरपारा में रहता था,पहली पत्नि का देहांत 2014 में होने के बाद गया 2022 में ग्राम तिलकेजा कोरबा से श्रीमति ललिता केंवट को चुडी पहना कर पत्नि के तौर पर विवाह किया था, विवाह के बाद आस पडोस के लोग से संदेही रामकुमार का दुवास बाई से प्रेम सबंध है कहकर बताने से छोडकर चार महिना बाद ही भाग गई थी, संदेही ने बताया कि पत्नि के भाग जाने से वह अकेला हो गया था। उन दोनो का अवैध प्रेम सबंध आज से लगभग 10 साल से था आरोपी के घर के सामनें रहने वाली दुवासबाई केंवट के साथ अवैध प्रेम सबंध उसका पति जब लद्दाख कमानें चला गया था तब से था।
30.05.25 को दुवासबाई का पति जब डोंगरीडीह अपने काम से गया था इसकी जानकारी आरोपी को भी थी , दोपहर समय लगभग 02.50 बजे दोपहर घर में सो रहा था तब दुवास बाई उसके घर के दरवाजे को खटखटाई वह घर से बाहर निकला तो आरोपी को ईशारा करके दुवासबाई केंवट सुनें मकान में आनें के लिये बोली उसके पीछे पीछे वह गया। दुवासबाई ने युधिष्ठीर केंवट के मकान कमरा अंदर आरोपी से 5000 रूपये जरूरत है कहकर मांग की, उसे रूपये नहीं है रायगढ से मंगाया हूं आ जायेगा पैसा तब तुम्हे दे दूंगा बोला उतने में ही दुवासबाई केवट नाराज होकर गुस्से से आरोपी को दो झापड़ गाल में मारी तब आरोपी भी दो झापड़ मारा तथा वहीं पर कमरे में पडे मोटा मजबूत लकडी के गुटके से दुवासबाई के माथा, सिर ,वं अन्य जगह पर जोर से तीन बार मारा जिससे वह जमीन में गिर गई जमीन पर छटपटानें लगी कुछ ही समय पर उसकी मृत्यु हो गई जिस लकडी के गुटके से दुवास बाई की मारकर हत्या की है उसको वहीं पर छोडा और कंबल को उसके उपर ढंक कर भाग गया।
घटना का पटाक्षेप करने के लिये कोरबा का डाॅग स्काॅट “ बाॅघा” की घटनास्थल निरीक्षण घटना मे आरोपी द्वारा पहने हुये कपडे़ की बरामदगी और आरोपी के पहचान के लिये महत्तवपूर्ण भूमिका रही है । घटनास्थल से आरोपी के पहने हुये कपड़ो पर लगे धब्बो को एफएसएल अधिकारी के द्वारा प्रारंभिक तौर पर परीक्षण कर मानव रक्त के धब्बे होना पाया गया जिसे आरोपी द्वारा साक्ष्य मिटाने का भी भरसक प्रयास किया गया था । मामले मे घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्य एवं आरोपी के मेमोरण्डम के आधार पर हत्या कारित करने के लिये आरोपी द्वारा इस्तेमाली लकड़ी का गुटका को जप्त कर, पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर संबंधित न्यायालय पेश किया जा रहा है।