रेत माफिया अब बड़े शहरों में ही नहीं गांव में भी पांव पसारने लगे हैं।
गांव के ही सफेद पोस नेता कुछ ग्रामीण चंद रूपयों के लालच में दिन दहाड़े मनियारी नदी ग्राम घानाघाट में अवैध तरीके से रेत उत्खनन जे सी बी मशीन के द्वारा निकाल कर श्मशान घाट में डम कर रखे हैं जिससे नदी किनारे कटाव हो रहा है।
छत्तीसगढ़ क्राइम एलर्ट की टीम अपने गुप्त सूत्रों से जानकारी ली तब दबी जुबां से कुछ ग्रामीण आपस में बातें करते की ये तो सरासर अन्याय है फिर भी शिकायत करने से डरते हैं क्योंकी उन्हें डर लगा रहता है की रेत निकालने वाले कहीं मारपीट न कर दे जिस तरह स्पष्ट नजर आ रहा है की श्मशान घाट में रखे अवैध रेत का भंडार जमा रखें है।
उसमें ग्राम के जन प्रतिनिधि पंच, सरपंच, जनपद सदस्य, का हिस्सा मोटा रकम उन्हें मिलता -हो अगर नहीं मिलता तो जन प्रतिनिधि जरूर शासन – प्रशासन तक आवाज उठाते अभी बरसात का मौसम है जिससे रेत का दाम सातवें आसमान पर है अधिक मुनाफा के लालच में अवैध रेत का कारोबार फल फुल रहा है अभी राज्य सरकार अवैध रेत उत्खनन पर कार्यवाही कर रहे हैं लेकिन
मुंगेली जिला खनिज अधिकारी के संज्ञान में नहीं आया है की मामला कुछ और है।
कहीं ऐसा तो नहीं की खनिज विभाग के कर्मचारियों की अवैध रेत तस्करों से मिलीभगत सांठ गांठ हो तभी तो ये खुले आम जे सी बी मशीनों से बरसात में भी उत्खनन कर रहे हैं जबकी जिला कलेक्टर का स्पष्ट निर्देश है की बरसात के दिनों में रेत घाट में भी बैन रहता है ये सिर्फ ऊराई कछार घाना घाट ही नहीं मनियारी नदी से सटे ग्रामों में यही हाल है अब आगे की कार्यवाही अवैध रेत उत्खनन पर कब तक प्रशासन जब्ती की कार्यवाही करता है जिससे मनियारी नदी का बहाव अपने मूल स्वारूप पर हो।